🗓️ प्रकाशन तिथि: 8 मई 2025
✍️ रिपोर्टर: Global Updates Team
🔴 ऑपरेशन सिन्दूर का असर आर्थिक मोर्चे पर भी!
2 मई 2025 को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में की गई “ऑपरेशन सिन्दूर” की कार्रवाई ने केवल आतंक के ठिकानों को ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की जड़ें भी हिला दीं।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी शेयर बाजार (Pakistan Stock Exchange – PSX) में जबरदस्त गिरावट देखी गई, जबकि दूसरी ओर चीन के शेयर बाजारों में अप्रत्याशित तेजी दर्ज की गई।
📉 पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट
ऑपरेशन सिन्दूर के 24 घंटों के भीतर ही:
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KSE-100 इंडेक्स 2,750 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ।
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बैंकिंग, ऊर्जा और टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों में 8%–12% तक की गिरावट दर्ज की गई।
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विदेशी निवेशकों ने करीब 430 मिलियन डॉलर का निवेश बाजार से निकाल लिया।
➤ मुख्य कारण:
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अस्थिरता और युद्ध की आशंका के चलते विदेशी निवेशकों ने पूंजी वापस खींचना शुरू कर दिया।
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पाकिस्तानी रूपया भी गिरकर PKR ₹308 प्रति USD के करीब पहुँच गया।
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IMF की अगली किश्त पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि राजकोषीय घाटा और बढ़ सकता है।
📚 स्रोत:
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Dawn Business – PSX Bleeds After Indian Surgical Strike in PoK
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Bloomberg Asia – Pakistan Markets Tumble Amid Geopolitical Fears
🈶 चीन के शेयर बाजारों में तेजी: क्यों मिला फायदा?
जब पाकिस्तान का बाजार गिरा, तो शंघाई और हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में अचानक तेजी देखी गई। खासकर, चीन की उन कंपनियों के शेयर चढ़े जो:
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पाकिस्तान में इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (CPEC) से जुड़ी थीं,
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या जो मध्य एशिया में नए निवेश के लिए विकल्प ढूंढ़ रही थीं।
➤ प्रमुख सेक्टर जो उभरे:
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Renewable Energy Companies: Pakistan में भविष्य अनिश्चित होने पर चीन अब सेंट्रल एशिया और अफ्रीका में निवेश बढ़ा रहा है।
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Defense Manufacturing: भारत-पाक तनाव के चलते चीनी रक्षा कंपनियों के ऑर्डर बढ़ने की संभावना है।
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Raw Materials: पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था कमजोर होने से चीन को कच्चे माल सस्ते दामों पर मिलने की उम्मीद।
📈 उदाहरण:
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China North Industries Group Corporation (NORINCO): +5.2%
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PowerChina: +4.7%
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Huawei Defense & Infra Subsidiary: +6.1%
📚 स्रोत:
📊 निवेशकों का व्यवहार और ग्लोबल संकेत
➤ ग्लोबल इन्वेस्टर्स क्या कर रहे हैं?
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भारत में तेजी से निवेश बढ़ा: सेंसेक्स और निफ्टी में उसी दिन 1.4% की बढ़ोतरी।
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सेफ हेवन एसेट्स जैसे गोल्ड और US ट्रेजरी बांड की मांग बढ़ी।
➤ भारत को भी सतर्क रहने की ज़रूरत:
हालांकि ऑपरेशन सिन्दूर भारत की सैन्य सफलता है, लेकिन भारत को भी:
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क्रॉस बॉर्डर टेंशन से जुड़ी डॉलर-रुपया अस्थिरता से सतर्क रहना होगा।
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इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसियों की निगरानी भी बढ़ सकती है।
🧠 विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
डॉ. संजय बरुआ (आर्थिक विश्लेषक, IIM अहमदाबाद):
“यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, एक आर्थिक शॉकवेव भी है। पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति पहले से ही नाज़ुक थी, ऑपरेशन सिन्दूर ने निवेशकों के भरोसे को और कमज़ोर कर दिया।”
अनीता झा (इंटरनेशनल मार्केट एक्सपर्ट, मुंबई):
“चीन की चालाकी यह है कि वो पाकिस्तान के संकट में भी अपना आर्थिक लाभ ढूंढ रहा है। CPEC की असफलता के बाद वो नई संभावनाओं की ओर बढ़ रहा है।”
📌 निष्कर्ष: पाकिस्तान का दोहरा झटका, चीन की चुपचाप चाल
ऑपरेशन सिन्दूर ने जहां भारत को रणनीतिक जीत दिलाई, वहीं पाकिस्तान को सैन्य के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी करारी हार मिली है।
चीन ने एक बार फिर साबित किया कि वह हर संकट को अवसर में बदलने की रणनीति में माहिर है।
📣 आगे क्या?
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क्या IMF अब पाकिस्तान को फंड देगा?
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क्या चीन पाकिस्तान में निवेश घटाकर नए देशों की ओर रुख करेगा?
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क्या भारत को आर्थिक बदले की रणनीति से भी पाकिस्तान को घेरना चाहिए?














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