लेखक: Global Updates टीम
प्रकाशन तिथि: 25 अप्रैल 2025
पाकिस्तान ने फिर की नापाक हरकत
पाकिस्तान ने भारत के एक BSF (सीमा सुरक्षा बल) के जवान को हिरासत में ले लिया है। यह कार्रवाई न केवल अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है, बल्कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक सीधी चुनौती भी है।
भारत की सशस्त्र सेनाएं पूरी तरह तैयार
भारत की तीनों सेनाएं—थलसेना, नौसेना और वायुसेना—इस घटना को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। भारत की ओर से अब कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। covert और overt ऑपरेशंस की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं।
अमेरिका का अप्रत्यक्ष समर्थन
हाल ही में अमेरिका के हाउस पैनल ने न्यूयॉर्क टाइम्स को “पहलगाम आतंकी हमले” को whitewash करने के लिए फटकार लगाई, जो भारत के पक्ष में अंतरराष्ट्रीय समर्थन को दर्शाता है।
पाकिस्तान में अस्थिरता और युद्ध की चेतावनी
पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ने बयान दिया कि अगर उनके नागरिकों को कुछ हुआ, तो भारत को ‘नाक से खून बहने’ जैसी धमकियाँ दी जाएंगी। ऐसे हालात में पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता और दोहरी नीति फिर सामने आई है।
सिंधु जल संधि पर विवाद
अब पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को “मानवाधिकारों का उल्लंघन” और “युद्ध की घोषणा” तक बता डाला है। भारत द्वारा पानी को स्टोर करने और डायवर्ट करने की चर्चा तेज हो गई है।
क्या भारत पार करेगा LOC?
LOC और इंटरनेशनल बॉर्डर को लेकर भ्रम की स्थिति बनती जा रही है। शिमला समझौता और अन्य ऐतिहासिक संधियाँ अब सिर्फ कागजों पर रह गई हैं।
कट्टरपंथ और आतंक की विचारधारा
लश्कर-ए-तैयबा, हाफिज सईद और अन्य कट्टरपंथी तत्वों के बयानों से स्पष्ट है कि पाकिस्तान में भारत विरोधी मानसिकता चरम पर है।
निष्कर्ष
इस घटना ने फिर एक बार दिखा दिया है कि पाकिस्तान के साथ शांति की बात तब तक बेमानी है, जब तक वह अपने आतंकी रवैये से पीछे नहीं हटता। भारत को इस बार कड़ा और निर्णायक कदम उठाना चाहिए।














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