भारत का पहला लेजर हथियार: अब आसमान से आने वाला खतरा नहीं बचेगा
भारत ने अपनी रक्षा क्षमता को एक नई ऊंचाई दी है। हाल ही में देश ने सफलतापूर्वक एक लेजर-आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW Mk2A) का परीक्षण किया है। इस तकनीक की मदद से ड्रोन, मिसाइल और अन्य हवाई खतरों को बिना गोली चलाए हवा में ही निष्क्रिय किया जा सकता है।
क्या है यह लेजर हथियार?
यह एक 30 किलोवाट पावर आउटपुट वाला आधुनिक हथियार है, जिसे भारत की रक्षा अनुसंधान एजेंसी DRDO ने विकसित किया है। इसका उद्देश्य हवा में आने वाले किसी भी खतरे को कुछ ही सेकंड में खत्म करना है।
परीक्षण कहां हुआ?
इसका परीक्षण आंध्र प्रदेश के कुरनूल स्थित एक ओपन एयर रेंज में किया गया, जहां इसे एक ट्रक पर माउंट कर के चलाया गया। इस दौरान एक ड्रोन को टारगेट कर सफलता से गिराया गया।
इसकी खासियतें:
-
तेज़ और सटीक हमला: यह हथियार ऊर्जा किरणों की मदद से बिना देरी के टारगेट को हिट करता है।
-
कम लागत और अधिक सुरक्षा: बिना बारूद या गोला-बारूद के यह सिस्टम अधिक सुरक्षित और किफायती है।
-
चुपचाप काम करता है: कोई धमाका या आवाज नहीं, जिससे दुश्मन को भनक भी नहीं लगती।
-
मोबाइल सिस्टम: इसे वाहन पर माउंट कर किसी भी क्षेत्र में तैनात किया जा सकता है।
भारत की बड़ी छलांग
इस तकनीक के सफल परीक्षण के साथ भारत उन कुछ देशों में शामिल हो गया है जिनके पास उन्नत लेजर हथियार प्रणाली है। यह भविष्य में भारत की सीमाओं की सुरक्षा को और भी मज़बूत बनाएगा।














Leave a Reply