IIT कानपुर का 58वाँ दीक्षांत समारोह: एक महापर्व की रूपरेखा
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT-K) अपनी शिक्षावर्षीय उपलब्धियों का जश्न मनाने हेतु 23 जून 2025 को अपना 58वाँ दीक्षांत समारोह आयोजित कर रहा है। यह महोत्सव संस्थान की “इन्नोवेशन टू इम्पैक्ट” अनुभव यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जहाँ युवा शोधकर्ता, इंजीनियर्स और विशेषज्ञ नए आयाम स्थापित करेंगे।
समारोह का ढाँचा एवं समयसीमा
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तिथि: सोमवार, 23 जून 2025 (Board of Governors की बैठक में अंतिम अनुमोदन 22 जून को) (timesofindia.indiatimes.com)
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स्थान: IIT-K का मुख्य ऑडिटोरियम एवं विभिन्न व्याख्यानशालाएँ
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सत्र 1 (09:30 AM – 12:30 PM):
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मुख्य ऑडिटोरियम में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले स्नातकों का अभिनंदन
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क्षमता: लगभग 900–950 छात्र (लॉटरी के माध्यम से चयनित) (iitk.ac.in)
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सत्र 2 (02:00 PM – 05:00 PM):
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विभागीय अध्यक्षों की अध्यक्षता में सभी शेष स्नातकों को व्यक्तिगत रूप से डिग्रियाँ प्रदान की जाएँगी
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प्रत्येक व्याख्यानशाला में समारोह का लाइव वेबकास्ट उपलब्ध होगा (timesofindia.indiatimes.com)
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स्नातकों का आँकड़ागत परिचय
इस वर्ष कुल 2,848 स्नातकों को डिग्री मिलने की संभावना है, जिनमें शामिल हैं (timesofindia.indiatimes.com):
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PhD: 269
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MTech: 480
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BTech: 874
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MBA: 145
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MSc (2-वर्षीय): 194
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e-Masters: 361
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अन्य संयुक्त डिग्री एवं श्रेणियाँ:
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MTech-PhD (Joint): 29
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MDes-PhD (Joint): 2
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MS (by Research)-PhD (Joint): 2
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BS: 204
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PGPEX-VLFM: 40
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Dual Degree एवं Double Major: कुल 119
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माइनर प्रोग्राम:
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तीन माइनर: 30
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दो माइनर: 90
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एक माइनर: 192 (timesofindia.indiatimes.com)
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यह विविधता IIT-K की बहु-अनुशासनात्मक पाठ्यक्रम संरचना और लचीले शिक्षण मॉडल का प्रतीक है।
माननीय मुख्य अतिथि: श्री संजय मल्होत्रा
इस वर्ष समारोह के मुख्य अतिथि श्री संजय मल्होत्रा, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक, रहेंगे। वे IIT-K के कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग (CSE) वर्ग-1989 के पूर्व छात्र हैं।
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शिक्षा एवं करियर:
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BTech (CSE), IIT-Kanpur, 1989
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2000 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश
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ऊर्जा, पावर एवं अंतरराष्ट्रीय संगठन (UNIDO) में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ
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दिसंबर 2024 से RBI गवर्नर (timesofindia.indiatimes.com)
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उनका संबोधन स्नातकों को प्रेरित करने के साथ-साथ भारत की वित्तीय एवं तकनीकी चुनौतियों पर भी मार्गदर्शन करेगा।
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
IIT-Kanpur का पहला दीक्षांत समारोह 1965 में एक तम्बू के नीचे आयोजित हुआ था, जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वेपल्ली राधाकृष्णन ने 66 स्नातकों को BTech की डिग्री प्रदान की थी (timesofindia.indiatimes.com)। तब से लेकर आज तक संस्थान ने तकनीकी एवं नवाचार क्षेत्र में अनेक मील के पत्थर स्थापित किए हैं।
समारोह का महत्व
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अकादमिक उत्कृष्टता का उत्सव: वर्ष भर की कड़ी मेहनत और शोध का सम्मान
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नेटवर्किंग एवं प्रेरणा: उद्योग, अकादमिक एवं सरकारी क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ संवाद
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बहु-अनुशासनात्मक दृष्टिकोण: समग्र शिक्षा एवं लचीले कोर्स मॉडल का प्रदर्शन
- यह समारोह न केवल स्नातकों का बल्कि पूरे IIT-K समुदाय का भी गौरव है,














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