शीर्ष स्कोरर (Top Scorers)
NEET UG 2025 में रैंक-1 राजस्थान के महेश कुमार ने 720 में से 686 अंक प्राप्त कर टॉप कियाhindustantimes.com. उन्होंने ऑल इंडिया रैंक-2 का स्थान मध्यप्रदेश के उत्कर्ष अवधिया (682 अंक) और रैंक-3 महाराष्ट्र के कृषांग जोशी (681 अंक) के बाद हासिल कियाhindustantimes.com. टॉप 10 सूची में अन्य प्रमुख नाम हैं दिल्ली के अविका अग्रवाल (AIR-5), गुजरात के जेनिल भव्य भव्यानी (AIR-6), पंजाब के केशव मित्तल (AIR-7) इत्यादिindiatoday.inhindustantimes.com.
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AIR 1: महेश कुमार (राजस्थान) – 686 अंकhindustantimes.com
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AIR 2: उत्कर्ष अवधिया (म.प्र.) – 682 अंकhindustantimes.com
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AIR 3: कृषांग जोशी (महाराष्ट्र) – 681 अंकhindustantimes.com
उत्तीर्ण प्रतिशत व पूर्ववर्ष तुलना
इस वर्ष कुल 2,20,93,18 उम्मीदवारों में से 12,36,531 ने NEET-UG 2025 उत्तीर्ण किया, यानी लगभग 55.97% पास प्रतिशत रहाeconomictimes.indiatimes.com. यह 2024 के मुकाबले थोड़ा कम है, जब 2,33,33,162 में से 13,15,853 (लगभग 56.39%) उम्मीदवार सफल हुए थेeconomictimes.indiatimes.com. अर्थात् पिछले वर्ष की तुलना में सफल उम्मीदवारों की संख्या में मामूली कमी आई है। पिछली परीक्षा के परिणामों से तुलना करने पर स्पष्ट है कि इस साल पास प्रतिशत में मामूली गिरावट देखी गई हैeconomictimes.indiatimes.com.
श्रेणीवार कटऑफ (Category-wise Cutoff)
इस वर्ष सभी वर्गों में कटऑफ अंक पिछली तुलना में गिरावट के साथ घोषित हुए।
<table> <thead><tr><th>वर्ग</th><th>कटऑफ अंकों की श्रेणी (प्राप्तांक)</th></tr></thead> <tbody> <tr><td>अनारक्षित / EWS (50 वां percentile)</td><td>686 – 144 अंक:contentReference[oaicite:10]{index=10}</td></tr> <tr><td>OBC/SC/ST (40 वां percentile)</td><td>143 – 113 अंक:contentReference[oaicite:11]{index=11}</td></tr> <tr><td>अनारक्षित/EWS – PwBD (45 वां percentile)</td><td>143 – 127 अंक:contentReference[oaicite:12]{index=12}</td></tr> <tr><td>OBC/SC/ST – PwBD (40 वां percentile)</td><td>126 – 113 अंक:contentReference[oaicite:13]{index=13}</td></tr> </tbody> </table> Allen कोटा के निदेशक डॉ. ब्रजेश माहेश्वरी के अनुसार परीक्षा की कठिनता के कारण कटऑफ आने वाले सालों की अपेक्षा इस बार **बहुत नीचे** रहने की संभावना है:contentReference[oaicite:14]{index=14}:contentReference[oaicite:15]{index=15}. उदाहरणतः जनरल कैटेगरी का कटऑफ पिछले वर्ष के 720-162 से घटकर इस बार 686-144 रह गया है:contentReference[oaicite:16]{index=16}:contentReference[oaicite:17]{index=17}. कुल मिलाकर सभी श्रेणियों में कटऑफ अंक पिछले सालों से कम देखे गए हैं (जैसे OBC वर्ग में 12% की गिरावट):contentReference[oaicite:18]{index=18}:contentReference[oaicite:19]{index=19}.
राज्यवार प्रदर्शन (State-wise Performance)
उत्तर प्रदेश सबसे अधिक सफल उम्मीदवार देने वाला राज्य रहा – यहाँ 1,70,684 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुएnews.careers360.com. इसके बाद महाराष्ट्र (1,25,727 उत्तीर्ण) और राजस्थान (1,19,865 उत्तीर्ण) प्रमुख हैंnews.careers360.comnews.careers360.com. दक्षिण भारत में तमिलनाडु ने 76,181 उम्मीदवारों को उत्तीर्ण कियाnews.careers360.com. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे बड़े राज्यों से सबसे अधिक संख्यक सफल उम्मीदवार हैं। (यह डेटा NTA की रिपोर्ट पर आधारित है।)
पेपर विश्लेषण और रुझान
NEET-2025 परीक्षा की कठिनता इस बार पूर्व वर्षों की तुलना में बढ़ी हुई रहीindianexpress.com. छात्र व विशेषज्ञ बताते हैं कि परीक्षा समय लेने वाली और अवधारणात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण थीindianexpress.com. पूर्व कोविड पैटर्न की वापसी के साथ, भौतिकी और रसायन भाग में जटिलता बढ़ी, जिससे उच्च अंक हासिल करना कठिन हुआindianexpress.com. विषयवार देखें तो भौतिकी खंड को सबसे कठिन बताया गया: मैकेनिक्स पर भारी प्रश्न थे और कैलकुलेशन में समय लगाindianexpress.comindianexpress.com. रसायन विज्ञान भाग लंबा था; सैद्धांतिक प्रश्न सरल थे, लेकिन अनुप्रयोग-आधारित प्रश्नों ने कठिनाई बढ़ा दीindianexpress.com. जीवविज्ञान अपेक्षाकृत आसान रहा, पर इसमें भी लंबी पाठ्य सामग्री में प्रश्न थे। कुल मिलाकर परीक्षा के पैटर्न में NCERT-केंद्रित प्रश्न और अवधारणात्मक क्षमता की परख रहे। इसका असर औसत स्कोर पर भी दिखा: अधिकांश उम्मीदवारों का स्कोर लगभग 400–550 के बीच रहाcollegedekho.com.
कोचिंग संस्थानों की प्रतिक्रिया
प्रमुख कोचिंग संस्थानों (जैसे एलन, आकाश) ने भी पेपर को कठिन माना है। एलन इंस्टीट्यूट के ब्रजेश माहेश्वरी ने कहा कि इस साल की कठिन स्तर वाली परीक्षा से टॉप स्कोरर्स की संख्या प्रभावित होगीindianexpress.com तथा कटऑफ भी अनिवार्यतः कम होगीindianexpress.com. आकाश एजुकेशनल सर्विसेज के नबीन कार्की ने बताया कि इस बार भौतिकी सेक्शन अत्यधिक चुनौतीपूर्ण था, खासकर कक्षा-11 के अध्यायों के प्रश्नों के साथindianexpress.com. इन विशेषज्ञों का मानना है कि कठिन पेपर के कारण बहुत कम उम्मीदवारों ने 600 से ऊपर अंक हासिल किए; परिणामस्वरूप कटऑफ कम रहने की उम्मीद हैindianexpress.comindianexpress.com.
काउंसलिंग प्रक्रिया (AIQ एवं राज्य स्तरीय)
उत्तीर्ण उम्मीदवार अब एमसीसी (MCC) द्वारा आयोजित 15% अखिल-भारतीय कोटा (AIQ) काउंसलिंग के लिए आवेदन करेंगे, जबकि शेष 85% सीटों के लिए संबंधित राज्य प्राधिकरण काउंसलिंग आयोजित करेंगेhindustantimes.commedicine.careers360.com. एमसीसी की AIQ काउंसलिंग में देशभर की सभी राज्यों के सरकारी और निजी MBBS/BDS सीटों में 15% आरक्षण शामिल है, जबकि शेष 85% सीटों का बाँट राज्य-स्तरीय मेरिट के आधार पर होगाhindustantimes.commedicine.careers360.com. इसके अलावा, केंद्रीय विश्वविद्यालयों (जैसे AIIMS/BHU/JIPMER) और राज्य निजी कोटा सीटें भी NEET के आधार पर भरी जाएंगी।
MBBS/BDS सीटों का वितरण
देश में MBBS की कुल 1,27,906 सीटें हैं और BDS की 27,868 सीटें उपलब्ध हैंmedicine.careers360.com. इनमें तमिलनाडु सबसे अग्रणी है – यहाँ 74 मेडिकल कॉलेजों में मिलाकर 11,575 MBBS सीटें हैंmedicine.careers360.com. MBBS प्रवेश के लिए 15% सीटें अखिल-भारतीय कोटे में (जो पूरे देश के लिए खुला है) और 85% सीटें राज्य कोटे में बंटती हैंmedicine.careers360.commedicine.careers360.com. निजी मेडिकल कॉलेजों में भी कई सीटें (मंत्री व प्रबंधन कोटे) NEET के माध्यम से भरी जाती हैं. कुल मिलाकर NEET-2025 के माध्यम से भारतभर में एक लाख से अधिक MBBS तथा 27 हजार से अधिक BDS सीटों में छात्रों का चयन होगाmedicine.careers360.commedicine.careers360.com.
स्रोत: यह विश्लेषण NTA द्वारा जारी सांख्यिकी व रिपोर्ट, प्रमुख समाचार और कोचिंग संस्थानों (जैसे Allen, Aakash) की रिपोर्ट तथा मीडिया कवरेज पर आधारित हैhindustantimes.comeconomictimes.indiatimes.commoneycontrol.comhindustantimes.comindianexpress.com.














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