“नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: स्वास्थ्य बिगड़ने के संकेत या सियासी चाल?”

नीतीश कुमार का बार-बार मुख्यमंत्री बनना
-
- नीतीश कुमार नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं, जिनमें छह बार बीजेपी और तीन बार आरजेडी के सहयोग से उन्होंने पद संभाला है।
- उनकी बार-बार बदली हुई राजनीतिक स्थिति ने उन्हें बिहार की राजनीति का अहम चेहरा बना दिया है।
उनकी सेहत को लेकर अटकलें
-
- हाल ही में नीतीश कुमार की सेहत को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं।
- उनकी तुलना ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से की जा रही है, जिनकी खराब सेहत चुनावी मुद्दा बन गई थी।
अप्रत्याशित व्यवहार से लोग हैरान
-
- एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार को एक अधिकारी के पैर छूते हुए देखा गया, जो उनके पद और व्यक्तित्व के लिहाज से असामान्य था।
- इस व्यवहार ने जनता में उनकी मानसिक स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
पीएम मोदी के साथ अजीब बर्ताव
-
- एक सार्वजनिक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ पकड़कर उस पर लगी शाही (इंक) को गौर से देखा।
- यह व्यवहार मंच पर रिकॉर्ड हुआ और लोगों को अटपटा लगा।
मंत्री अशोक चौधरी से भावनात्मक जुड़ाव
-
- नीतीश कुमार को मंच पर मंत्री अशोक चौधरी के कंधे पर झुकते हुए देखा गया।
- उनके बार-बार इस तरह के भावनात्मक हावभाव दिखाने से उनकी मानसिक स्थिति को लेकर अटकलें बढ़ गईं।
पैर छूने का सिलसिला 
-
- मंच पर नीतीश कुमार को अन्य नेताओं के पैर छूते हुए देखा गया, जो उनके लिए असामान्य था।
- उम्र में छोटे नेताओं के पैर छूना उनके व्यवहार में आए बदलाव को दर्शाता है, जिसने लोगों को चौंका दिया।
गांधी को श्रद्धांजलि देते समय तालियां बजाना
-
- महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के दौरान नीतीश कुमार को तालियां बजाते देखा गया।
- यह व्यवहार अनुचित माना गया और लोगों को लगा कि उन्हें मंच का एहसास नहीं था।
व्यक्तित्व में बदलाव
-
- अपने सख्त और अनुशासित व्यक्तित्व के लिए पहचाने जाने वाले नीतीश कुमार अब अचानक भावुक और असामान्य व्यवहार करते दिख रहे हैं।
- यह बदलाव उनकी मानसिक स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर रहा है।
बीजेपी की मजबूरी (चुनावी समीकरण)
-
- बीजेपी, नीतीश कुमार के असामान्य व्यवहार के बावजूद उनका समर्थन कर रही है।
- इसका कारण बिहार में उनकी राजनीतिक पकड़ और आगामी चुनावों में उनकी अहमियत है।
जनता और राजनीतिक जगत में अटकलें
- नीतीश कुमार के स्वास्थ्य और व्यवहार में आए बदलाव ने जनता और राजनीति में चर्चाओं को जन्म दिया है।
- पैर छूने और तालियां बजाने जैसे अप्रत्याशित हावभाव उनकी मानसिक स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।













Leave a Reply